- बदायूॅं जनमत। विद्युत निगम के कार्यालय में तैनात कार्यालय सहायक 59 वर्षीय विक्टर केननेथ डेसिल ने बृहस्पतिवार दोपहर जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी कर ली। कार्यालय पहुंचे ही उन्होंने कर्मचारियों को अपना पर्स व थैला थमाया और बताया कि मैंने सल्फास की गोली खा ली है। कर्मचारी और एक्सईएन उन्हें तत्काल जिला अस्पताल ले गए, लेकिन वहां से उन्हें बरेली रेफर कर दिया गया। वहां निजी अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया। आत्महत्या के कारण का खुलासा नहीं हो सका।
विक्टर केननेथ डेसिल बरेली की सनराइज कॉलोनी में रहते थे। यहां विद्युत निगम के द्वितीय खंड कार्यालय में तैनात थे। आठ माह बाद वह सेवानिवृत्त होने वाले थे, लेकिन कुछ समय से वह परेशान चल रहे थे। विभागीय कर्मचारियों के मुताबिक वह रोजाना ट्रेन से बरेली से आते-जाते थे। अभी तक वह कार्यालय में इंटीग्रेटेड ग्रिवांस रिड्रेसर सिस्टम (आईजीआरएस) का कार्य देख रहे थे।
बृहस्पतिवार को कार्यालय में अवकाश था, लेकिन कुछ कर्मचारी और द्वितीय खंड के एक्सईएन आरएन वर्मा वहां काम कर रहे थे। दोपहर करीब 12 बजे अचानक विक्टर कार्यालय पहुंचे और वहां मौजूद कर्मचारियों को पर्स और बैग थमाते हुए सल्फॉस खाने की जानकारी दी। यह सुनते ही कर्मचारी दंग रह गए।
उन्होंने सल्फास खाने का कारण भी पूछा लेकिन वह कुछ नहीं बता पाए। सूचना पर एक्सईएन भी वहां पहुंच गए। इसके बाद उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उनकी हालत काफी बिगड़ चुकी थी। इसलिए उन्हें बरेली रेफर कर दिया गया। एक्सईएन ने इसके बारे में उनके बेटे अनुभव डेसिल को बताया।
पहले उन्हें बरेली में केयर हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया। फिर उन्हें गंगाशील अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। परिवार वाले शव घर ले गए हैं। उन्होंने पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया है। फिलहाल परिवार वाले विषाक्त पदार्थ खाने की बात से ही इन्कार रहे हैं। बेटे अनुभव डेसिल ने बताया कि मौत उनकी अचानक हुई है।
बृहस्पतिवार को कार्यालय में अवकाश था। फिर भी न जाने क्यों विक्टर कार्यालय आए थे। आते ही कर्मचारियों को बताया कि उन्होंने सल्फास खा ली है। हम उन्हें जिला अस्पताल, फिर बरेली ले गए। वहां उनकी मौत हो गई। उन्होंने आत्महत्या क्यों की, अभी इसके बारे में कुछ पता नहीं चला है। शायद परिवार में कोई विवाद चल रहा था। – आरएन वर्मा, एक्सईएन, द्वितीय खंड, विद्युत निगम